कोरोना की वजह से दिमागी संक्रमण भी बढ़ने का खतरा, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

कोरोना की वजह से दिमागी संक्रमण भी बढ़ने का खतरा, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस का प्रकोप फैलता जा रहा है। इसके लक्षणों का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। अमेरिका के हेनरी फोर्ड हेल्थ सिस्टम के वैज्ञानिकों ने कोरोना पीड़ित महिला मरीज के इलाज के दौरान हैरान करने वाले लक्षण पाएं।

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डॉक्टरों ने दावा करते हुए चेतावनी दी है कि वायरस की चपेट में आने वाले व्यक्ति के मस्तिष्क में भी संक्रमण हो सकता है। यही नहीं वायरस से व्यक्ति उलझा रहने के साथ खुद को भटका हुआ महसूस कर सकता है। मस्तिष्क को अधिक नुकसान होने से संबंधित व्यक्ति को झटके भी आ सकते है। रेडियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित शोध की प्रमुख शोधकर्ता डॉं.एलिशा फॉरी ने बताया कि मरीज जब अस्पताल पहुंचा तो उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला को बुखार के साथ कफ की तकलीफ थी लेकिन वो थकावट महसूस करने के साथ दिमागी तौर पर उलझी और भटकी सी लग रही थी। जांच रिपोर्ट में पता चला कि उसके नर्वस सिस्टम में गांठ है। यह दुलर्भ बीमारी है जिसमें मस्तिष्क को नुकसान होता है। ऐसा अक्सर वायरल संक्रमण में होता है।

फ्लू और चिकनपॉक्स में ऐसा हो चुका है

इस तरह की तकलीफ फ्लू और चिकनपॉक्स के मरीजों में पहले भी देखा जा चुका है। इस नए अध्ययन के परिणाम के बाद अब कयास लगाया जा रहा है कि कोविड-19 भी इसका एक कारण हो सकता है। डॉ. फॉरी ने बताया कि कुछ दिनों के भीतर ही मरीज के मस्तिष्क में इस तरह की चीजें देखना वाकई हैरान करने वाला है।

अमेरिका में रोगी की आवाज ही चली गई

अमेरिका में कोरोना पीड़ित एक रोगी की आवाज जाने का मामला भी सामने आ चुका है। जानकारी के अनुसार, मार्च में कफ और बुखार की तकलीफ के बाद फ्लोरिडा के अस्पताल में पहुंचे एक रोगी की एक्स-रे जांच हुई। निमोनिया की पुष्टि हुई और डॉक्टरों ने भेज दिया। अगले दिन मरीज को तेज बुखार हुआ। रोगी अस्पताल पहुंचा तो वो अपना नाम भी नहीं बता सका। कोरोना की जांच हुई तो उसमें वायरस की पुष्टि हुई।

इटली में अलग से न्यूरो कोविड-19 यूनिट

इटली के यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रेसिका के डॉ. अलेसांद्रो पादोवनी का भी कहना है कि कुछ मामलों में बुखआर और सांस संबंधी तकलीफ के बाद भी मरीज उलझा हुआ दिखाई देता है। ऐसे मरीजों के लिए अलग से न्यूरो कोविड यूनिट की शुरुआत की गई जिसमें ऐसे मरीजों को बेहतर उपचार दिया जा सके।

 

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